From Simrandeep Singh on Saturday 31st May 2025 at 10:56 AM Regarding Street Vendors
समस्याओं को दूर करने के लिए बनाई रणनीति
*यूनाइटेड ट्रेड यूनियन कांग्रेस (यूटीयूसी) मोहाली की अहम बैठक।
*खाद्य विक्रेताओं ने भी यूनाइटेड ट्रेड यूनियन पर भरोसा जताया।
*उम्मीद है कि अब हमारी समस्याओं का समाधान हो जाएगा।
मोहाली: (सिमरनदीप सिंह//सुरिंदर बावा//मोहाली स्क्रीन डेस्क)::
स्ट्रीट वेंडर्स वाले छोटे दुकानदार दरअसल वो लोग हैं जो आम, गरीब और मध्यम वर्ग के लोगों को जीवन की सभी जरूरी चीजें बहुत ही वाजिब मुनाफे पर मुहैया कराते हैं। जो लोग बड़े होटलों, रेस्टोरेंट और मॉल्स की तरफ देखने की हिम्मत नहीं कर पाते, वो इनके पास आते हैं और गोलगप्पे, चाय-कॉफी और कुल्फी खाकर अपने अपने मन की इच्छा और स्वाद पूरा करते हैं। जहां वो घर की तरह ही अपना समय बिताते हैं और इतने से वे तरोताज़ा हो ते हैं। बदले में ये स्ट्रीट वेंडर कभी किसी की जीब नहीं काटते-मुनासिब भाव ही लगाते हैं। वाजिब दाम, मीठी बातें और आपके सामने बनी कोई ऐसी चीज, जिसमें कोई छिपाव न हो। मूंगफली और सब्जी से लेकर दाल रोटी और पराठे तक, ये सभी जरूरी चीजें वे गली-मोहल्लों में आम लोगों को मुहैया कराते हैं।
लेकिन उनकी अपनी जिंदगी हर कदम पर परेशानियों से भरी हुई होती है। यूनाइटेड ट्रेड यूनियन कांग्रेस (यूटीयूसी) ने इन मुद्दों को गंभीरता से लिया है। इस संबंध में मोहाली, लुधियाना और अन्य जगहों पर इन लोगों से संपर्क किया गया है। यूनियन की मोहाली इकाई द्वारा जिला अध्यक्ष सुरिंदर बावा की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण जिला स्तरीय बैठक की गई, जिसमें मोहाली क्षेत्र के खाद्य विक्रेताओं को आ रही समस्याओं पर चर्चा की गई। इस बैठक में यूनियन के कई वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया, जिनमें महाकाल जत्थेदार सरबजीत सिंह खालसा, केंद्रीय समिति सदस्य, कामरेड हवा सिंह, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, यूटीयूसी, करनैल सिंह इकोलाहा, राष्ट्रीय महासचिव, अखिल भारतीय संयुक्त किसान सभा, सिमरनदीप सिंह, केंद्रीय समिति सदस्य, क्रांतिकारी युवा मोर्चा और अन्य ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
बैठक में इन नेताओं ने इस बात पर प्रकाश डाला कि केवल मज़दूरों, किसानों और अन्य अनौपचारिक क्षेत्रों में काम करने वालों की एकता ही उनके अधिकारों की रक्षा कर सकती है। सरकार को इन वर्गों के लिए सम्मानजनक जीवन और सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। यह मांग इन मजदूरों का अधिकार भी है।
उन्होंने आगे कहा कि ये खाद्य विक्रेता, जो इस मध्यम वर्ग की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, अक्सर उपेक्षा, उत्पीड़न और बुनियादी सुविधाओं की कमी का शिकार होते हैं। बैठक के दौरान उनके लिए कुछ महत्वपूर्ण निर्णय भी लिए गए, जिसमें खाद्य विक्रेता लाइसेंस, पुलिस हस्तक्षेप, अचानक बेदखली और इस तरह की अन्य कार्रवाइयों के मुद्दे पर भी चर्चा की गई।
अलग-अलग जगहों की कमी जैसी समस्याओं का तुरंत समाधान करने के लिए यूनियन जल्द ही मोहाली के डिप्टी कमिश्नर और एसएसपी से मिलेगी और इन मुद्दों को उनके सामने रखेगी। खाद्य विक्रेताओं को उनके अधिकारों के बारे में बताने और जनता में जागरूकता फैलाने के लिए शहर भर में जागरूकता अभियान भी चलाया जाएगा।
सुरिंदर बावा ने अपने संबोधन में कहा कि यूटीयूसी हर कीमत पर श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और प्रशासन से खाद्य विक्रेताओं की कानूनी पुष्टि और उचित विनियमन सुनिश्चित करने की अपील की। बैठक के दौरान एक विशाल सभा हुई तथा पंकज, राजू, टुन टुन शर्मा, बलजिंदर सिंह, अमित अपने साथियों सहित उपस्थित होकर संगठन की मजबूती में अपनी भागीदारी निभाने का संकल्प लिया तथा यूटीयूसी पर भरोसा जताया कि यह टीम हमारे दर्द को समझकर हमारी मदद के लिए आगे आई है।
पूरी टीम तथा इसके नेताओं का धन्यवाद किया गया, जिनकी उपस्थिति से असामाजिक तत्वों पर लगाम लगी है तथा उन्होंने कहा कि भविष्य में हमें किसी भी सरकारी अधिकारी तथा गुंडों द्वारा परेशान नहीं किया जाएगा। हमें पूरा भरोसा है तथा लोगों की कई समस्याओं का आपसी बातचीत के माध्यम से मौके पर ही समाधान किया गया तथा उनकी शिकायतों का समाधान किया गया।
यूनियन ने सिविल सोसायटी, अन्य ट्रेड यूनियनों तथा स्थानीय निवासियों से भी इस आंदोलन में अपनी भूमिका निभाने की अपील की।